डायबिटीज में कमज़ोरी और दर्द

आज के ज़माने में हमारे ख़राब खान-पान और जीवन शैली की वजह से डायबिटीज एक बहुत ही आम बीमारी बन गयी है। हर 5 में से 1 इंसान को डायबिटीज की शिकायत रहती है। कई लक्षण जैसे डायबिटीज में कमज़ोरी और दर्द को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। इस बीमारी के शुरू में लोग इसकी गंभीरता को नहीं समझते और इसको हलके में लेते हैं।

परन्तु अगर इस बीमारी को बढ़ने दिया जाये तो  यह हमारे शरीर के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। हमारे शरीर में बढ़ा हुआ शुगर धीरे-धीरे हमारे अंगों को ख़राब करना शुरू कर देता है जिससे हमें कई जान लेवा बीमारियों जैसे दिल का दौरा (heart attack), किडनी फेलियर (kidney failure) इत्यादि का खतरा रहता है।  

डायबिटीज की सिर्फ यह परेशानी नहीं है।  डायबिटीज होने से आपके रोज़मर्रा के जीवन पर भी काफी असर पड़ता है। बढ़ा हुए ब्लड शुगर लेवल आपको कमज़ोर बना सकता है। और आपके शरीर में कई तरह के दर्द को भी पैदा कर सकता है। 

इस लेख में हम इसी डायबिटीज से होने वाली कमज़ोरी और दर्द के बारे में चर्चा करेंगे। 

डायबिटीज में कमज़ोरी 

हमारे शरीर के सेल्स (cells) को ऊर्जा ब्लड में मौजूद शुगर से मिलती है। डायबिटीज में सेल्स इस ब्लड शुगर को अंदर नहीं ले पाते जिसकी वजह से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ा हुआ रहता है। सेल्स को ऊर्जा न मिल पाने की वजह से ही आपको डायबिटीज में कमज़ोरी महसूस होती है।  

डायबिटीज में अकसर देखा जाता है कि मरीज़ को ज़्यादा भारी काम करे बिना भी हमेशा कमज़ोरी महसूस होती है। रोज़ के आम काम जैसे घर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से जाना भी आपको बहुत कमज़ोरी मह्सूस करवा सकते हैं। 

डायबिटीज में कमज़ोरी होने के और भी कारण हो सकते हैं जिनकी चर्चा मैंने नीचे संक्षिप्त में की है। 

  • ब्लड शुगर लेवल का ऊपर-नीचे होना
  • ठीक से नींद न आना
  • किडनी फेलियर (Kidney failure)
  • दवाओं के साइड इफेक्ट 
  • ठीक से दिन भर खाना न खाना
  • डिप्रेशन (Depression), इत्यादि 

ब्लड शुगर लेवल का ऊपर-नीचे होना

अगर आपको डायबिटीज है और आप उसके लिए दवाएं ले रहे हैं तो दिन भर में आपके ब्लड शुगर का स्तर ऊपर नीचे होते रहता है। कुछ अध्य्न्नो में बताया गया है कि यह अस्थिर ब्लड शुगर लेवल भी कमज़ोरी का कारण  बन सकता है। इससे बचने के लिए आपको अपने डॉक्टर के मुताबिक सही मात्रा में ही दवा लेनी चाहिए और दिन भर नियमित रूप से भोजन करना चाहिए। इससे आपके शरीर में ब्लड शुगर बहुत जल्दी कम ज़्यादा नहीं होगा। 

ठीक से नींद न आना

कई डायबिटीज के मरीज़ों में देखा गया है कि वह ठीक से रात को सो नहीं पाते। यह भी एक बहुत बड़ा कारण है कि आपको कमज़ोरी क्यों महसूस होगी। कोशिश करें कि आप रोज़ रत को एक ही समय पर सोने जाएं। इससे आपके शरीर को पता होगा कि कब रोज़ सोना है और उससे आपको बेहतर नींद आएगी। 

किडनी फेलियर (Kidney failure)

डायबिटीज के बढ़ने पर अगर आपकी किडनी ख़राब होने लगे तो भी आपको कमज़ोरी महसूस हो सकती है। किडनी हमारे शरीर से सारे गंदे पदार्थो को निकालने का काम करती है।  अगर किडनी ख़राब होती है तो यह काम ठीक से नहीं हो पाता और ऐसे गंदे पदार्थ शरीर में इकठ्ठा होने लगते हैं जिनसे आपको कमज़ोरी महसूस हो सकती है। 

दवाओं के साइड इफेक्ट 

डायबिटीज में ली जाने वाली दवाओं से भी आपको कमज़ोरी महसूस हो सकती है। सारी  दवाएं आपके डॉक्टर के मुताबिक ही लें और कमज़ोरी आने पर उनको अवश्य बताएं। आपके डॉक्टर ही आगे के इलाज के बारे में निर्णय लेंगे।

ठीक से दिन भर खाना न खाना।

अगर आप दिन भर में ठीक से खान-पान नहीं करेंगे तो आपके शरीर को ठीक से ऊर्जा नहीं मिलेगी और आपको दिन भर कमज़ोरी महसूस होगी।  

डिप्रेशन (Depression)

कई मरीज़ों को डायबिटीज होने के बाद डिप्रेशन का भी सामना करना पड़ता है। बहुत से लोग डायबिटीज से घबरा जाते हैं और डिप्रेशन के शिकार बन जाते हैं। इससे भी उनको कमज़ोरी महसूस हो सकती है। परन्तु आपको इतना डरना नहीं चाहिए।

 डायबिटीज को अच्छी जीवन शैली और खान-पान से बहुत अच्छे से नियंत्रित किआ जा सकता है। और अब हमारे पास डायबिटीज के लिए बहुत सारी दवाएं भी हैं जो बहुत अच्छे से ब्लड शुगर लेवल कण्ट्रोल कर सकती हैं।  अगर आपका ब्लड शुगर बढ़ा हुआ आता है तो घबराएं न और अपने डॉक्टर से बात करें। वह ही आगे के इलाज का निर्णय लेंगे। 

डायबिटीज में दर्द

शरीर में हाई ब्लड शुगर लेवल आपकी तंत्रिकाओं (nerves) पर भी प्रभाव डालता है जिसकी वजह से आपको दर्द होता है। सबसे आम रूप से ये आपके पैर और टांगों की तंत्रिकाओं को ख़राब करता है। लेकिन यह पूरे शरीर की तरोकाओं पर प्रभाव दाल सकता है जिसके हिसाब से आपको लक्षण दिखेंगे। 

अकसर ऐसे लक्षण तब ही दिखते हैं जब कोई तंत्रिका बहुत ज़्यादा ख़राब हो चुकी हो इसलिए बहुत ज़रूरी है कि आप इसको लेके सतर्क रहे। 

नीचे कुछ लक्षणों के बारे में चर्चा करते हैं जो ऐसी खराबी के लक्षण हो सकते हैं। 

  • अगर आपको अपने पैर पर कोई जख्म दिखे जो ठीक न हो रहा हो
  • चक्कर आना
  • हाथों और टांगों में दर्द और झुनझुनी रहना 
  • पेशाब या लैट्रिन जाने में कुछ तकलीफ होना

इनमे से कोई भी लक्षण आने पर तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं। 

शरीर की तंत्रिकाओं के ख़राब होने पर अकसर आपके पैर सुन्न पढ़ जाते हैं। इससे आपको दर्द का या चोट लगने का एहसास नहीं होता। और बढे हुए शुगर लेवल की वजह से ये चोट ठीक भी नहीं होती। अगर इसको सही समय पर देख के इलाज नहीं किया जाये तो ये आगे बढ़कर पूरी टांग तक फ़ैल सकती है। ऐसी स्तिथि मरीज़ के लिए बहुत दर्दनाक हो सकती है। कभी कभी इन्फेक्शन को रोकने के लिए मरीज़ की टांग भी काटनी पड़ सकती है। 

यह होना मरीज़ और उनके घर वालो दोनों के लिए ही बहुत निराशा जनक होता है। इसलिए बेहतर है कि समय रहते ही इसका इलाज किया जाये। 

सारांश 

आशा करता हूँ कि  इस लेख के माध्यम से आपको डायबिटीज में होने वाले दर्द और कमज़ोरी के बारे में जानकारी मिली हो। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा हुआ आता है या आप डायबिटीज के कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर को समय रहते ज़रूर दिखा लें। शुरू में डायबिटीज पर काबू पाना बहुत आसान होता है।  इसलिए इलाज लेने में कभी भी देरी न करें। 

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